वृद्ध सन्यासी

बहुत समय पहले की बात है, एक वृद्ध सन्यासी हिमालय की पहाड़ियों में कहीं रहता था । वह बड़ा ज्ञानी था और उसकी बुद्धिमत्ता की ख्याति दूर -दूर तक फैली  थी। एक दिन एक औरत उसके पास पहुंची और अपना दुखड़ा रोने लगी , ” बाबा, मेरा पति मुझसे बहुत प्रेम करता था , लेकिन वह जबसे युद्ध से लौटा है ठीक से बात तक नहीं करता ।” सन्यासी की जड़ी-बूटी ” युद्ध लोगों के...

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मेहनत की कमाई

बहुत समय पहले की बात है, सुब्रोतो लगभग 20 साल का एक लड़का था और कलकत्ता की एक कॉलोनी में रहता था। उसके पिताजी एक भट्टी चलाते थे जिसमे वे दूध को पका-पका कर खोया बनाने का काम करते थे। सुब्रोतो वैसे तो एक अच्छा लड़का था लेकिन उसमे फिजूलखर्ची की एक बुरी आदत थी। वो अक्सर पिताजी से पैसा माँगा करता और उसे खाने-पीने या सिनेमा देखने में खर्च कर देता। एक दिन...

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असामाजिक व्यक्तित्व विकार (ASPD)

असामाजिक व्यक्तित्व विकार (ए.एस.पी.डी या ए.पी.डी) एक व्यक्तित्व विकार है जिसे की दीर्घकालिक दूसरों की उपेक्षा, दूसरों  के अधिकारों के उल्लंघन या उनके उत्पीड़न के नमूना की लक्षण के आधार पर निर्धारित किया गया है. व्यक्तित्व विकार से पीडित लोग अक्सर नैतिक हीनता, हीन भावना या अविवेक में ग्रसित होते हैं, साथ ही अपराध का इतिहास, कानूनी समस्याएं, या आवेगी...

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सच्ची दोस्ती

वह शाम को ऑफिस से घर लौटा, तो पत्नी ने कहा कि आज तुम्हारे बचपन के दोस्त आए थे, उन्हें दस हजार रुपए की तुरंत आवश्यकता थी, मैंने तुम्हारी आलमारी से रुपए निकालकर उन्हें दे दिए। कहीं लिखना हो, तो लिख लेना। इस बात को सुनकर उसका चेहरा हतप्रभ हो गया, आंखें गीली हो गईं, वह अनमना-सा हो गया। पत्नी ने देखा-अरे! क्या बात हो गई। मैंने कुछ गलत कर दिया क्या...

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विश्वास करना सीखो!

“मॉम .!!… “मैं सोच रही थी! कि आज रात को मैं शिखा के घर पर ही रुक जाऊंगी…थोडी़ कम्बाइन्ड स्टडी करनी है, वो परसों मैथ्स का टेस्ट है ना उसी की तैयारी करनी है”। किताबें समेंटते हुए चारू बोलती जा रही थी! “पर बेटा ..रात को ..किसी के घर रुकना मुझे तो ठीक नहीं लगता।” “मॉम!!”, नाराज होती हुई चारू ने कहा, “देखो ना पापा मां जाने नहीं दे रहीं।। पापा माँ पर...

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मूर्ख साधू और ठग ~ पंचतंत्र

एक बार की बात है, किसी गाँव के मंदिर में एक प्रतिष्ठित साधू रहता था। गाँव में सभी उसका सम्मान करते थे। उसे अपने भक्तों से दान में तरह तरह के वस्त्र, उपहार, खाद्य सामग्री और पैसे मिलते थे। उन वस्त्रों को बेचकर साधू ने काफी धन जमा कर लिया था। साधू कभी किसी पर विश्वास नहीं करता था और हमेशा अपने धन की सुरक्षा के लिए चिंतित रहता था। वह अपने धन को एक...

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मुट्ठी भर लोग

हर साल गर्मी की छुट्टियों में नितिन अपने दोस्तों के साथ किसी पहाड़ी इलाके में माउंटेनियरिंग के लिए जाता था ।  इस साल भी वे इसी मकसद से ऋषिकेश पहुंचे ।  गाइड उन्हें एक फेमस माउंटेनियरिंग स्पॉट पर ले गया ।  नितिन और उसके दोस्तों ने सोचा नहीं था कि यहाँ इतनी भीड़ होगी ।  हर तरफ लोग ही लोग नज़र आ रहे थे ।  एक दोस्त बोला, ” यार यहाँ तो शहर जैसी भीड़...

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स्वर्ग का मार्ग

महात्मा बुद्ध के समय की बात है। उन दिनों मृत्यु के पश्चात आत्मा को स्वर्ग में प्रवेश कराने के लिए कुछ विशेष कर्मकांड कराये जाते थे। होता ये था कि एक घड़े में कुछ छोटे-छोटे पत्थर डाल दिए जाते और पूजा-हवन इत्यादि करने के बाद उस पर किसी धातु से चोट की जाती, अगर घड़ा फूट जाता और पत्थर निकल जाते तो उसे इस बात का संकेत समझा जाता कि आत्मा अपने पाप से मुक्त...

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नहले पर दहला

एक बार शाम के समय अकबर और बीरबल बगीचे में चहलकदमी कर रहे थे. अचानक अकबर को बीरबल का मजाक बनाने की सुझी। अकबर ने बीरबल से कहा- बीरबल कल रात हमने एक अजीब सपना देखा लेकिन वह तुम्हें बताने लायक नहीं है. बीरबल समझ गये कि बादशाह उसका मजाक बनाना चाहते हैं, फिर भी उन्होंने नम्रता पूर्वक कहा – जहापनाह सपना तो सपना है सच थोडे ही होता है। आपने सपने में जो भी...

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परमात्मा और किसान

एक बार एक किसान परमात्मा से बड़ा नाराज हो गया ! कभी बाढ़ आ जाये, कभी सूखा पड़ जाए, कभी धूप बहुत तेज हो जाए तो कभी ओले पड़ जाये! हर बार कुछ ना कुछ कारण से उसकी फसल थोड़ी ख़राब हो जाये! एक दिन बड़ा तंग आ कर उसने परमात्मा से कहा ,देखिये प्रभु, आप परमात्मा हैं , लेकिन लगता है आपको खेती-बाड़ी की ज्यादा जानकारी नहीं है ,एक प्रार्थना है कि एक साल मुझे...

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किसका पुण्य बड़ा ? – बेताल पच्चीसी – सातवीं कहानी!

मिथलावती नाम की एक नगरी थी। उसमें गुणधिप नाम का राजा राज करता था। उसकी सेवा करने के लिए दूर देश से एक राजकुमार आया। वह बराबर कोशिश करता रहा, लेकिन राजा से उनकी भेंट न हुई। जो कुछ वह अपने साथ लाया था, वह सब बराबर हो गया। एक दिन राजा शिकार खेलने चला। राजकुमार भी साथ हो लिया। चलते-चलते राजा एक वन में पहुँचा। वहाँ उसके नौकर-चाकर बिछुड़ गये। राजा के...

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बन्दर और मगरमच्छ

एक नदी के किनारे एक जामुन के पेड़ पर एक बन्दर रहता था जिसकी मित्रता उस नदी में रहने वाले मगरमच्छ के साथ हो गयी।वह बन्दर उस मगरमच्छ को भी खाने के लिए जामुन देता रहता था।एकदिन उस मगरमच्छ ने कुछ जामुन अपनी पत्नी को भी खिलाये। स्वादिष्ट जामुन खाने के बाद उसने यह सोचकर कि रोज़ाना ऐसे मीठे फल खाने वाले का दिल भी खूब मीठा होगा ;अपने पति से उस बन्दर का दिल...

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सरदार वल्लभभाई पटेल के अनमोल विचार

Quote 1: There is something unique in this soil, which despite many obstacles has always remained the abode of great souls. In Hindi: इस मिट्टी में कुछ अनूठा है , जो कई बाधाओं के बावजूद हमेशा महान आत्माओं का निवास रहा है. Quote 2: It is the prime responsibility of every citizen to feel that his country is free and to defend its freedom is his duty...

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सफलता की राह

बिक्रम एक बहुरास्ट्रीय कंपनी में सिनियर मेनेजर था। उसका रिकॉर्ड था, की उसकी टीम हमेशा कंपनी की सबसे बेहतरीन टीमो में एक होती थी। सिर्फ काम में ही नही, बल्कि आपसी तालमेल और व्यक्तिगत तरक्की में भी बिक्रम की टीम सबसे बेहतर मानी जाती थी। बिक्रम की टीम के जितने भी सदस्य थे, सब बिक्रम को अपने परिवार के सदस्य जैसा मानते थे। कंपनी ने तय किया कि बिक्रम को...

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घमंडी कौवा

हंसों का एक झुण्ड समुद्र तट के ऊपर से गुज़र रहा था, उसी जगह एक कौवा भी मौज मस्ती कर रहा था। उसने हंसों को उपेक्षा भरी नज़रों से देखा “तुम लोग कितनी अच्छी उड़ान भर लेते हो !” कौवा मज़ाक के लहजे में बोला, “तुम लोग और कर ही क्या सकते हो बस अपना पंख फड़फड़ा कर उड़ान भर सकते हो !!!  क्या तुम मेरी तरह फूर्ती से उड़ सकते हो ??? मेरी तरह हवा में...

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बुद्ध की अभिधर्म-देशना -जातक कथा

सोगत-दर्शन या बौद्ध धर्म-दर्शन का सूक्ष्म का विस्तृत निरुपण अभिधम्म (संस्कृत अभिधर्म) दर्शन में निहित है। बुद्ध ने अभिधम्म की चर्चा सर्वप्रथम अपनी माता महामाया को की । अभिधम्म की देशना में उन्हें तीन महीने लगे थे। सारिपुत्र उन छंदों का पाँच सौ विशिष्ट भिक्षुओं के साथ संगायन करते थे। वे सारे ही विशिष्ट भिक्षु अर्हत् बने। तत: अभिधम्म की गुरु-शिष्य...

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एक हाथ का निशानेबाज

बात 1920s की है। हंगरी आर्मी का एक नौजवान लड़का था जिसकी ज़िन्दगी में बस एक ही मकसद था; उसका मकसद था दुनिया का सबसे अच्छा pistol shooter बनना। अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए वो दिन-रात मेहनत करता, घंटो प्रैक्टिस करता, और इसी का परिणाम था कि वो अपने देश के टॉप पिस्टल शूटर्स में गिना जाने लगा। सन 1938 में , 28 साल का होते-होते उसने देश-विदेश की कई...

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पांडु पुत्र भीम

भीमसेन का अभिमान पांडु पुत्र भीम को अपनें बलशाली होने पर अत्यंत गर्व हो जाता है। वनवास काल के दौरान एक दिन वह वन की ओर विचरते हुए दूर निकल जाते हैं। रास्ते में उन्हे एक वृद्ध वानर मिलता है। वानर की पूँछ भीमसेन के रास्ते में बिछी होती है। तभी भीम उसे अपनी पूँछ दूर हटा लेने को कहते हैं। परंतु वृद्ध वानर कहता है, “अब इस आयु में मुझसे बार-बार हिला...

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शिकार

शेरा नाम का शेर जंगल के सबसे कुशल और क्रूर शिकारियों में गिना जाता था . अपने दल के साथ उसने न जाने कितने भैंसों , हिरणो और अन्य जानवरों का शिकार किया था . धीरे -धीरे उसे अपनी काबिलियत का घमंड होने लगा . एक दिन उसने अपने साथियों से कहा …” आज से जो भी शिकार होगा , उसे सबसे पहले मैं खाऊंगा …उसके बाद ही तुममे से कोई उसे हाथ लगाएगा .”मुस्बित का सामान...

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हड़तालों के विषय में – लेनिन

1899 के अन्त में लिखित।पहले पहल 1924 में प्रकाशित। अंग्रेजी से अनूदित इधर कुछ वर्षों से रूस में मजदूरों की हड़तालें बारम्बार हो रही हैं। एक भी ऐसी औद्योगिक गुबेर्निया नहीं है, जहाँ कई हड़तालें न हुई हों। और बड़े शहरों में तो हड़तालें कभी रुकती ही नहीं। इसलिए यह बोधगम्य बात है कि वर्ग-सचेत मजदूर तथा समाजवादी हड़तालों के महत्‍व, उन्हें संचालित करने...

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किसी भी विज्ञापन को विश्वास करने से पहले जांच करें ।

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