गौतम बुद्ध के 53 प्रेरक अनमोल विचार

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1: बिना सेहत के जीवन, जीवन नहीं है; बस पीड़ा की एक स्थिति है – मौत की छवि है।

2: स्वस्थ्य सबसे बड़ा उपहार है, संतोष सबसे बड़ा धन है, वफ़ादारी सबसे बड़ा सम्बन्ध है।

3: अगर आप वाकई में अपने आप से प्रेम करते है,तो आप कभी भी दूसरों को दुःख नहीं पहुंचा सकते।

4: अच्छी चीजों के बारे में सोचें – हम वही बनते हैं जो हम सोचते हैं, इसलिए सकारात्मक बातें सोचें और खुश रहें।

5: अपना रास्ता स्वंय बनाएं – हम अकेले पैदा होते हैं और अकेले मृत्यु को प्राप्त होते हैं, इसलिए हमारे अलावा कोई और हमारी किस्मत का फैसला नहीं कर सकता।

6: अपने उद्धार के लिए स्वयं कार्य करें, दूसरों पर निर्भर नहीं रहें।

7: अपने शरीर को स्वस्थ रखना भी एक कर्तव्य है, अन्यथा आप अपनी मन और सोच को अच्छा और साफ़ नहीं रख पाएंगे।

8: अराजकता सभी जटिल बातों में निहित है, परिश्रम के साथ प्रयास करते रहो।

9: असल जीवन की सबसे बड़ी विफलता है, हमारा असत्यवादी होना।

10: आकाश में पूरब और पश्चिम का कोई भेद नहीं है,लोग अपने मन में भेदभाव को जन्म देते हैं और फिर यह सच है ऐसा विश्वास करते हैं।

11: आप चाहे कितने भी पवित्र शब्दों को पढ़ या बोल लें,लेकिन जब तक उनपर अमल नहीं करते उसका कोई फायदा नहीं है।

12: आप पूरे ब्रह्माण्ड में कहीं भी ऐसे व्यक्ति को खोज लें जो आपको आपसे ज्यादा प्यार करता हो, आप पाएंगे कि जितना प्यार आप खुद से कर सकते हैं उतना कोई आपसे नहीं कर सकता ।

13: आपके पास जो कुछ भी है, उसे बढ़ा-चढ़ा कर मत बताइए, और ना ही दूसरों से ईर्ष्या कीजिये। जो दूसरों से ईर्ष्या करता है उसे मन की शांति नहीं मिलती।

14: आपको क्रोधित होने के लिए दंड नहीं दिया जायेगा, बल्कि आपका क्रोध खुद आपको दंड देगा।

15: इंसान के अंदर ही शांति का वास होता है,उसे बाहर ना तलाशें।

16: एक जग बूँद-बूँद कर के भरता है।

17: एक जलते हुए दीपक (मोमबत्ती) से हजारों दीपक रौशन किए जा सकते है, फिर भी उस दीपक की रौशनी कम नहीं होती। उसी तरह खुशियाँ बाँटने से बढ़ती है,कम नहीं होती।

18: एक निष्ठाहीन और बुरे दोस्त से जानवरों की अपेक्षा ज्यादा भयभीत होना चाहिए, क्यूंकि एक जंगली जानवर सिर्फ आपके शरीर को घाव दे सकता है,लेकिन एक बुरा दोस्त आपके दिमाग में घाव कर जाएगा।

19: एक शुद्ध निःस्वार्थ जीवन जीने के लिए, एक व्यक्ति को प्रचुरता में भी कुछ भी अपना नहीं है ऐसा भरोसा करना चाहिए।

20: किसी परिवार को खुश, सुखी और स्वस्थ रखने के लिए सबसे जरुरी है- अनुशासन और मन पर नियंत्रण। अगर कोई व्यक्ति अपने मन पर नियंत्रण कर ले तो उसे आत्मज्ञान का रास्ता मिल जाता है।

21: किसी विवाद में हम जैसे ही क्रोधित होते हैं हम सच का मार्ग छोड़ देते हैं,और अपने लिए प्रयास करने लगते हैं।

22: क्रोधित रहना, जलते हुए कोयले को किसी दूसरे व्यक्ति पर फेंकने की इच्छा से पकड़े रहने के समान है यह सबसे पहले आप को ही जलाता है।

23: खुद पर विजय प्राप्त करें- दूसरो के सामने कुछ भी साबित करने से पहले यह जरूरी है कि हम खुद को साबित करें हर इंसान की प्रतिस्पर्धा पहले खुद से होती है इसलिए दूसरों पर जीत हासिल करने से पहले यह जरुरी है कि हम खुद पर जीत हासिल करें।

24: खुशियों का कोई रास्ता नहीं, खुश रहना ही रास्ता है।

25: खुशी हमारे दिमाग में है- खुशी,पैसों से खरीदी गई चीजों में नहीं बल्कि खुशी इस बात में है कि हम कैसा महसूस करते हैं, कैसा व्यवहार करते हैं और दूसरे के व्यवहार का कैसा जवाब देते हैं इसलिए असली खुशी हमारे मस्तिष्क में है।

26: गुजरा वक्त वापस नहीं आता – हम अक्सर ऐसा सोचते हैं कि अगर आज कोई काम अधूरा रह गया तो वो कल पूरा हो जाएगा हालांकि जो वक्त अभी गुजर गया वो वापस नहीं आएगा।

27: घृणा (बुराई) से घृणा (बुराई) कभी खत्म नहीं हो सकती। घृणा को केवल प्रेम द्वारा ही समाप्त किया जा सकता है और यह एक प्राकृतिक सत्य है।

28: चतुराई से जीने वाले लोगों को मौत से भी डरने की जरुरत नहीं है।

29: जिस तरह एक मोमबत्ती बिना आग के खुद नहीं जल सकती, उसी तरह एक इंसान बिना आध्यात्मिक जीवन के जीवित नहीं रह सकता।

30: जीभ एक तेज चाकू की तरह बिना खून निकाले ही मार देता है।

31: जो गुजर गया उसके बारे में मत सोचो और भविष्य के सपने मत देखो केवल वर्तमान पे ध्यान केंद्रित करो।

32: तीन चीजों को लम्बी अवधि तक छुपाया नहीं जा सकता, सूर्य, चन्द्रमा और सत्य।

33: निश्चित रूप से जो नाराजगी युक्त विचारों से मुक्त रहते हैं वही शांति पाते हैं।

34: निष्क्रिय होना मृत्यु का एक छोटा रास्ता है, मेहनती होना अच्छे जीवन का रास्ता है, मूर्ख लोग निष्क्रिय होते हैं और बुद्धिमान लोग मेहनती।

35: परमात्मा ने हर इंसान को एक जैसा बनाया है अंतर सिर्फ हमारे मस्तिष्क के अंदर है।

36: पैर तभी पैर महसूस करता है जब यह जमीन को छूता है।

37: बुराई अवश्य रहनी चाहिए तब ही अच्छाई इसके ऊपर अपनी पवित्रता साबित कर सकती है।

38: भूतकाल में मत उलझो, भविष्य के सपनों में मत खो जाओ वर्तमान पर ध्यान दो यही खुश रहने का रास्ता है।

39: मंजिल या लक्ष्य तक पहुँचने से ज्यादा महत्वपूर्ण यात्रा अच्छे से करना होता है।

40: मैं कभी नहीं देखता की क्या किया जा चुका है; मैं हमेशा देखता हूँ कि क्या किया जाना बाकी है।

41: वह व्यक्ति जो लोगों को प्यार करता है, दुखों से घिरा होता है, जो किसी से भी प्यार नहीं करता है उसे कोई संकट नहीं है।

42: शक की आदत सबसे खतरनाक है। शक लोगो को अलग कर देता है। यह दो अच्छे दोस्तों को और किसी भी अच्छे रिश्ते को बरबाद कर देता है।

43: शरीर को स्वस्थ रखना हमारा कर्तव्य है वरना हम अपने दिमाग को स्वच्छ और मजबूत नहीं रख पाएंगे।

44: शांति मन के अन्दर से आता है इसके बिना इसकी तलाश मत करो।

45: सत्य के मार्ग पर चलते हुए व्यक्ति केवल दो ही गलतियाँ कर सकता है या तो पूरा रास्ता न तय करना या फिर शुरुआत ही न करना।

46: सदाचार को दुष्टों के द्वारा ज्यादा सताया जाता है बनिस्वत यह अच्छे लोगो के प्यार से।

47: सभी गलत कार्य मन से ही उपजाते हैं, अगर मन परिवर्तित हो जाय तो क्या गलत कार्य रह सकता है।

48: हजारों खोखले शब्दों से अच्छा वह एक शब्द है जो शांति लाये।

49: हजारों लड़ाइयाँ जितने से बेहतर है कि आप खुद को जीत लें, फिर वो जीत आपकी होगी जिसे कोई आपसे नहीं छीन सकता ना कोई स्वर्गदूत और ना कोई राक्षस।

50: हम जो बोलते हैं अपने शब्दों को देखभाल के चुनना चाहिए कि इससे सुनने वाले पर क्या प्रभाव पड़ेगा, अच्छा या बुरा।

51: हर अनुभव कुछ न कुछ सिखाता है – हर अनुभव महत्वपूर्ण है, क्योंकि हम अपनी गलतियों से ही सीखते हैं।

52: हर इंसान को यह अधिकार है कि वह अपनी दुनिया की खोज स्वंय करे।

53: हर दिन की अहमियत समझें – इंसान हर दिन एक नया जन्म लेता है हर दिन एक नए मकसद को पूरा करने के लिए है इसलिए एक-एक दिन की अहमियत समझें।

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