Category - मनोहर कहानियाँ

कितनी चूड़ियाँ

एक दिन अकबर ने बीरबल से कहा: “क्या आप मुझे बता सकते हैं कि तुम्हारी पत्नी कितनी चूड़ी पहनती हैं?” बीरबल ने कहा कि वह नहीं बता सकते । “तुम बता नहीं सकते?” अकबर ने कहा “तुम हर दिन उसके हाथ देखते हो जब वह खाना बनाती है। फिर भी आप नहीं जानते कि उनके हाथ में कितने चूड़ियां हैं? यह कैसे है?” बीरबल ने...

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सबसे मुश्किल काम

एक दिन बीरबल दरबार में देर से पहुँचे । अकबर ने पूछा क्या बात है ? बीरबल आज देर से क्यों आये? बीरबल ने कहा- जहांपनाह, आज मुझे बच्चों को संभालना पडा। बादशाह को यह सुनकर बहुत आश्चर्य हुआ, बोले यह भी कोई काम हुआ? जहांपनाह बच्चों को संभालने का काम सबसे कठिन है। जब यह काम सिर पर आ पडता है तो कोई भी काम...

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तिनके का सहारा

बादशाह अकबर अपने कुछ दरबारीयों के साथ नौका विहार के लिये गये। जब नोका नदी के बीचों-बीच पहूंची तो बादशाह को मजाक सुझा बीरबल सहित अपने दरबारीयों को एक तिनका दिखाकर वह बोले- जो इस तिनके के सहारेे नदी पार कर लेगा, उसे मैं एक दिन के लिए बादशाह बना दूंगा।  बीरबल बोले यह काम मैं काम कर सकता हूं मगर बादशाह...

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आधी धूप आधी छाँव

एक दिन बादशाह अकबर ने खफा होकर बीरबल को नगर से बाहर जाने का आदेश दे दिया । मगर बीरबल तो हर हाल में खुश रहने वाला व्यक्ति था. वह यह भी जानता था कि बादशाह अकबर सलामत का यह गुस्सा थोडे ही समय का है। शीघ्र ही उनकी नाराजगी दूर हो जायेगी, वे नगर से बाहर एक गांव में जा बसे। अज्ञात वास करते-करते महीनों...

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जूता कितने का पडा ?

आगरा केवल ताजमहल के लिए ही नहीं जूतों के लिए भी प्रसिद्ध रहा है। बादशाह अकबर के जमाने से ही जूतों का उद्योग प्रगति पर था। स्वयं बादशाह आगरा के बेहतरीन जूते पहनने के शौकीन थे। एक बार बादशाह अकबर ने बडी खोजबीन के बाद अपने लिये किमती जूते मंगवाये। उस दिन दरबार में बादशाह के जूतों की चर्चा चल रही थी।...

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सूर्य रोज पूर्व दिशा में ही क्यों उगता हैं

एक बार बीरबल को दरबार में आने में देर हो गई | जब वह आए तो अकबर ने उनसे पूछा बीरबल ! आज आने में तुम्हें देर कैसे हुई ? हम कब से तुम्हारा इंतज़ार कर रहे हैं | हमें तुमसे एक खास सवाल करना है |” बीरबल ने कहा, जहाँपनाह ! रोज-रोज आप ही मुझसे सवाल पूछते हैं, यह तो बड़ा ही अन्याय है | आज मुझे आपसे एक सवाल...

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अकबर बीरबल की खिचड़ी

एक बार की बात हैं, सर्दी का मौसम था, अकबर और बीरबल तालाब के नजदीक टहल रहे थे | तभी बीरबल को यह विचार आया की मनुष्य पेसो के लिए कुछ भी कर सकता है | बीरबल ने अपनी भावनाओ को अकबर के सामने व्यकत कि | तभी अकबर ने अपनी एक उंगली तालाब के पानी में डाली और झट से उंगली को बाहर निकाली क्योंकि पानी बहुत ठंडा...

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तीन-तीन गधों का भार

एक बार अकबर अपने दो शहजादों के साथ तालाब में स्नान करने गये हमेशा कि तरह आज भी बीरबल उनके साथ थे, बीरबल को स्नान नहीं करना था इसलिए अकबर और दोनों शहजादों ने अपने-अपने कपडे उतार कर बीरबल को दे दिये. बीरबल ने सभी कपडे अपने कंधे पर रख लिये, अकबर ने पानी में तैरते-तैरते बीरबल की ओर देखा वह मन ही मन...

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हथेली पर बाल

एक बार अकबर भरे दरबार में बैठे थे। अकबर के मन में अचानक एक विचार आया और उन्होंने सभी दरबारीयों से एक सवाल पूछा- क्या आप बता सकते हैं कि मेरी हथेलियों पर बाल क्यों नहीं है ? जहांपनाह हथेलीयों पर बाल होते ही नहीं है. सभी दरबारीयों ने एक स्वर में कहा और गर्व से फूल गये कि उन्होंने बादशाह के सवाल का...

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नहले पर दहला

एक बार शाम के समय अकबर और बीरबल बगीचे में चहलकदमी कर रहे थे. अचानक अकबर को बीरबल का मजाक बनाने की सुझी। अकबर ने बीरबल से कहा- बीरबल कल रात हमने एक अजीब सपना देखा लेकिन वह तुम्हें बताने लायक नहीं है. बीरबल समझ गये कि बादशाह उसका मजाक बनाना चाहते हैं, फिर भी उन्होंने नम्रता पूर्वक कहा – जहापनाह सपना...

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