Category - मनोहर कहानियाँ

गरीबी और अमीरी

अकबर बीरबल से तरह-तरह के अजीबो-गरीब प्रश्न पूछा करते थे. कुछ प्रश्न ऐसे भी होते थे जो वह बीरबल की बुद्धि की परीक्षा लेने के लिए पुछते थे. एक बार बादशाह अकबर बीरबल से बोले – बीरबल इस दुनिया में कोई अमीर है कोई गरीब हैं ऐसा क्यों होता है ? सब लोग ईश्वर को परमपिता कहते हैं इस नाते सभी आदमी उनके पुत्र...

Read More

कामाख्या मंदिर में योनि की पूजा और साधारण स्त्री से छुआ-छूत ऐसा क्यों ?

हमारे देश का सबसे बड़ा कमजोरी ये है की देश लोगों की आस्था से बंटी हुई है. देश का इतिहासकार, लेखक और तरह तरह की मेडिया हम को सदियों झूठ बोला, पीढ़ी दर पीढ़ियों को उनके आस्था के ऊपर झूठ बोलागया और इक दूसरे से नफ़रत फैलाया गया. हमारा ये भूखंड क्यों आस्थाओं के आधार पर विभाजित हुआ है हम को कभी नहीं बताया...

Read More

क्‍यों अपनी ही पुत्री की ओर आकर्षित हुए ब्रह्मा?

हमारे देश का सबसे बड़ा कमजोरी ये है की देश लोगों की आस्था से बंटी हुई है. देश का इतिहासकार, लेखक और तरह तरह की मेडिया हम को सदियों झूठ बोला, पीढ़ी दर पीढ़ियों को उनके आस्था के ऊपर झूठ बोलागया और इक दूसरे से नफ़रत फैलाया गया. हमारा ये भूखंड क्यों आस्थाओं के आधार पर विभाजित हुआ है हम को कभी नहीं बताया...

Read More

सत्य की खोज, स्वतंत्र वही हो सकता है, जो स्वंय को जानता हो

दस भिक्षु सत्य की खोज में एक बार निकले थे। उन्होने बहुत पर्वतों-पहाडों, आश्रमों की यात्रा की। लेकिन उन्हें कोई सत्य का अनुभव न हो सका। क्योंकि सारी यात्रा बाहर हो रही थी। किन्हीं पहाडों पर, किन्ही आश्रमों में, किन्हीं गुरुओं के पास खोज चल हरी थी। जब तक खोज किसी और की तरफ चलती है, तब तक उसे पाया भी...

Read More

हमारी बेहोश जिंदगी, इंसान सभी पक्षियों से ज्यादा सो गया है

एक शिक्षक था, जवान लडको को पेंड़ो पर चढना सिखाता था। एक लडके को सिखा रहा था। वहां एक राजकुमार सीखने के लिए आया हुआ था। राजकुमार ऊपर की चोंटी तक चढ गया था, वृक्ष की ऊपर की शाखाओं तक। फिर उतर रहा था, वह बूढा (teacher) चुपचाप पेड़ के नीचे बैठा हुआ देख रहा था। कोई दस फ़ीट नीचे रह गया होगा वह लड़का, तब वह...

Read More

भगवान की मदद और हमारी गालियां

एक़ क़सबे में बाढ़ आई | एक़ आदमी के सिवा वहां रहने वाला हर आदमीं किसी सूरक्षित जगह पर जा रहा था | जिस आदमी ने अपनी ज़गह नहीं छोडी, उसका कहना था, “मुझें विशवाश हैं क़ी भगवान मेरी रक्षा करेंगे |” पानी का Level बढने पर उसे बचाने के लिये एक़ जिप आईं | पर उस आदमी ने यह क़ह कर जाने से इन्कार कर दिया की, मुझें...

Read More

मानो मत जानो

मैंने तो नहीं कहा की वह सब गलत है | मैंने तो इतना ही कहा की आप उसे पकड़ लें, तो यह पकड़ लेना गलत है | ऋषि मुनियों से मुझे कोई वास्ता नहीं |क्योंकि ऋषि-मुनि बड़े खतरनाक होते हैं, उनसे वास्ता रखना खतरनाक है | अभी हिंदुस्तान के ऋषि मुनि और शंकराचार्य हाईकोर्ट में मुक़दमा लड़ते हैं | उनसे दोस्ती रखना, उनकी...

Read More

परिस्थितियां दुःख का कारण नहीं है।

असली कारण, जो हम नहीं करना चाहते उसके लिए हमेशा Justification, उसके लिए हमेशा न्यायुक्त कारण खोज लेते है। और बेफिक्र हो जाते हैं। ऐसी कौन सी परिस्थिति हैं जिसमें आदमी शांत न हो सके ? ऐसी कौन सी परिस्थिति हैं जिसमें आदमी प्रेमपूर्ण न हो सके ? ऐसी कौन सी परिस्थिति हें जिसमें आदमी थोडी देर के लिए मौन...

Read More

तुम्हारा पात्र खाली रहेगा

एक फकीर ने एक सम्राट के द्वार पर दस्तक दी । सुबह का वक़्त था और सम्राट बगीचे में घूमने निकला था । सहयोग की बात सामने ही सम्राट मिल गया । फकीर ने अपना पात्र उसके सामने कर दिया सम्राट ने कहा क्या चाहते हो ? फकीर ने कहा कुछ भी दे दो “शर्त एक हैं” मेरा पात्र पूरा भर जाएं । में थक गया हूँ, यह पात्र भरता...

Read More

हज की यात्रा और पानी का जहाज

संत राबियां के पास हसन ठहरा । दोनों बैठे थे एक आदमी आया । उस आदमी ने हसन के चरणों में सोने की अशर्फियां रखीं । हसन तो एक दम नाराज हो गया । उसने कहा तू यह सोना लेकर यहां क्यों आया ? सोना मिटटी है, धूल है । हटा यहां से सोने को । राबियां हंसी । हसन ने पूछा क्यों हस्ती हो ? राबिया ने कहा हसन तो...

Read More

किसी भी विज्ञापन को विश्वास करने से पहले जांच करें ।

loading...

क्रमरहित सूची

Recent Posts

ज्ञान, आजाद है; और किसी को भी बिना किसी प्रतिबंध के ज्ञान का आनंद लेने का अधिकार है. इस में प्रकाशित कोई भी कहानी या लेख को आप बिना प्रतिबन्ध के उपयोग कर सकते हो. आप अपने ब्लॉग में यहाँ से कॉपी करके पेस्ट कर सकते हो लेकिन कोई भी फेब्रिकेशन या फाल्सीफिकेशन की जिम्मेदारी आप की होगी. वेबसाइट का सिद्धांत नैतिक ज्ञान फैलाना है, ना कि ज्ञान पर हक़ जताना. ज्ञान की स्वतंत्रता वेबसाइट का आदर्श है; आप जितना चाहते हैं उतना उसकी प्रतिलिपि(Copy) बनाकर बिना प्रतिबन्ध के ज्यादा से ज्यादा लोगों तक फैला सकते हो.