सोसिओपैथ शब्द के वारे में बहुत कम लोग जानते होंगे लेकिन आप की जिंदगी में और आपके आसपास वह हमेशा होते हैं । ऐसे भी होसकता आपके फैमिली मेंबर भी में कोई सोसिओपैथ हो । आपने बहुत सारे चैनल में हिट सीरियल देखी होंगी जैसे “सास भी कभी बहु थी” इत्यादि सोप इसीलिए हिट हो जाते हैं क्यों के मुख्य कलाकार या चरित्र घर में या सगी संबद्ध, दोस्त, या...
एक नदी के किनारे एक जामुन के पेड़ पर एक बन्दर रहता था जिसकी मित्रता उस नदी में रहने वाले मगरमच्छ के साथ हो गयी।वह बन्दर उस मगरमच्छ को भी खाने के लिए जामुन देता रहता था।एकदिन उस मगरमच्छ ने कुछ जामुन अपनी पत्नी को भी खिलाये। स्वादिष्ट जामुन खाने के बाद उसने यह सोचकर कि रोज़ाना ऐसे मीठे फल खाने वाले का दिल भी खूब मीठा होगा ;अपने पति से उस बन्दर का दिल...
फाँसी पर लटकाए जाने से 3 दिन पूर्व- 20 मार्च, 1931 को- सरदार भगतसिंह तथा उनके सहयोगियों श्री राजगुरु एवमं श्री सुखदेव ने निम्नांकित पत्र के द्वारा सम्मिलित रूप से पंजाब के गवर्नर से माँग की थी की उन्हें युद्धबन्दी माना जाए तथा फाँसी पर लटकाए जाने के बजाय गोली से उड़ा दिया जाए। यह पत्र इन राष्ट्रवीरों की प्रतिभा, राजनीतिक मेधा, साहस एव शौर्य की...
बहुत समय पहले की बात है, एक चरवाहा था जिसके पास 10 भेड़े थीं। वह रोज उन्हें चराने ले जाता और शाम को बाड़े में डाल देता। सबकुछ ठीक चल रहा था कि एक सुबह जब चरवाहा भेडें निकाल रहा था तब उसने देखा कि बाड़े से एक भेड़ गायब है। चरवाहा इधर-उधर देखने लगा, बाड़ा कहीं से टूटा नहीं था और कंटीले तारों की वजह से इस बात की भी कोई सम्भावना न थी कि बहार से कोई जंगली...
एक बड़ा व्यापारी था जिसके गाँव में बहुत-से घर और कारखाने थे जिनमें तरह-तरह के पशु रहते थे। एक दिन वह अपने परिवार सहित कारखानों को देखने के लिए गाँव गया। उसने अपनी पशुशाला भी देखी जहाँ एक गधा और एक बैल बँधे हुए थे। उसने देखा कि वे दोनों आपस में वार्तालाप कर रहे हैं। वह व्यापारी पशु-पक्षियों की बोली समझता था। वह चुपचाप खड़ा होकर दोनों की बातें सुनने...
एक बार एक किसान परमात्मा से बड़ा नाराज हो गया ! कभी बाढ़ आ जाये, कभी सूखा पड़ जाए, कभी धूप बहुत तेज हो जाए तो कभी ओले पड़ जाये! हर बार कुछ ना कुछ कारण से उसकी फसल थोड़ी ख़राब हो जाये! एक दिन बड़ा तंग आ कर उसने परमात्मा से कहा ,देखिये प्रभु, आप परमात्मा हैं , लेकिन लगता है आपको खेती-बाड़ी की ज्यादा जानकारी नहीं है ,एक प्रार्थना है कि एक साल मुझे...
साधू की झोपड़ी एक गाँव के पास दो साधू अपनी अपनी झोपड़ियाँ बना कर रहते थे। दिन के वक्त वह दोनों गाँव जा कर भिक्षा मांगते और उसके बाद पूरा दिन पूजा-पाठ करते थे। एक दिन भारी तूफान और आँधी आने के कारण उनकी झोपड़ियाँ जगह-जगह से टूट-फूट गयीं और बहुत हद तक बर्बाद हो गयीं। पहला साधू यह सब देख कर दुख के मारे विलाप करने लगा और बोला, हे ईश्वर ! तूने मेरे साथ यह...
अलिफ़ लैला, अलिफ़ लैला , अलिफ़ लैला, हर शब्द में नयी कहानी, दिलचस्प है बयानी, सदियाँ गुज़र गयी हैं, लेकिन न हो पुरानी, अलिफ़ लैला, अलिफ़ लैला , अलिफ़ लैला। इस गीत को बचपन में हम सब ने कई बार दूरदर्शन के धारावाहिक अलिफ़ लैला में अवश्य ही सुना होगा।अलिफ लैला की कहानी अरब देश की एक प्रचलित लोक कथा है जो पूरी दुनिया में सदियों से सुनी व पढ़ी जाती रही है।...
Quote 1: I love those who can smile in trouble, who can gather strength from distress, and grow brave by reflection. In Hindi: मैं उनसे प्रेम करता हूँ जो मुसीबत में मुस्कुरा सकें , जो संकट में शक्ति एकत्रित कर सकें , और जो आत्मचिंतन से साहसी बन सकें। Quote 2: It had long since come to my attention that people of accomplishment rarely sat back and...
जनमेजय का “सर्प मेघ यज्ञ” एक बार राजा परीक्षित किसी तपस्वी ऋषि का अपमान कर देते हैं। ऋषिवर क्रोधित हो उन्हें सर्प दंश से मृत्यु का श्राप दे देते हैं। बहुत पौराणिक कथाएं के अनुसार सावधानियां रखने के बावजूद ऋषि वाणी अनुसार एक दिन फूलों की टोकरी में कीड़े के रूप में छुपे तक्षक नाग के काटने से परीक्षित की मृत्यु हो जाती है। जब राजा परीक्षित के पुत्र...
एक बार एक नवयुवक किसी जेन मास्टर के पास पहुंचा . “ मास्टर , मैं अपनी ज़िन्दगी से बहुत परेशान हूँ , कृपया इस परेशानी से निकलने का उपाय बताएं !” , युवक बोला . मास्टर बोले , “ पानी के ग्लास में एक मुट्ठी नमक डालो और उसे पीयो .” युवक ने ऐसा ही किया . “ इसका स्वाद कैसा लगा ?”, मास्टर ने पुछा। “ बहुत ही खराब … एकदम खारा .” – युवक थूकते हुए बोला ...
काशी में प्रतापमुकुट नाम का राजा राज्य करता था। उसके वज्रमुकुट नाम का एक बेटा था। एक दिन राजकुमार दीवान के लड़के को साथ लेकर शिकार खेलने जंगल गया। घूमते-घूमते उन्हें तालाब मिला। उसके पानी में कमल खिले थे और हंस किलोल कर रहे थे। किनारों पर घने पेड़ थे, जिन पर पक्षी चहचहा रहे थे। दोनों मित्र वहाँ रुक गये और तालाब के पानी में हाथ-मुँह धोकर ऊपर महादेव...
एक बार चुल्लबोधि नामक एक शिक्षित व कुलीन व्यक्ति ने सांसारिकता का त्याग कर सन्यास-मार्ग का वरण किया । उसकी पत्नी भी उसके साथ सन्यासिनी बन उसकी अनुगामिनी बनी रही । तत: दोनों ही एकान्त प्रदेश में प्रसन्नता पूर्वक सन्यास-साधना में लीन रहते। एक बार वसन्त ॠतु में दोनों एक घने वन में विहार कर रहे थे । चुल्लबोधि अपने फटे कपड़ों को सिल रहा था । उसकी पत्नी...
बम काण्ड पर सेशन कोर्ट में बयान भगतसिंह और बटुकेश्वर दत्त द्वारा असेम्बली में बम फेंकने के बाद, 6 जून, 1929 को दिल्ली के सेशन जज मि. लियोनार्ड मिडिल्टन की अदालत में दिया गया ऐतिहासिक बयान। हमारे ऊपर गम्भीर आरोप लगाये गये हैं। इसलिए यह आवश्यक है कि हम भी अपनी सफाई में कुछ शब्द कहें। हमारे कथित अपराध के सम्बन्ध में निम्नलिखित प्रश्न उठते हैं: (1)...
किसी नगर में एक सेठ रहता था उसके दो बेटे थे, दोनों ही जवान और निकम्मे थे । सेठ स्वयं खुब मेहनत करता और बेटों से भी काम करने को कहता मगर बेटों पर उसकी बातों का कोई असर नही पडता था। जब सेठ बुढा होकर मरने वाला था, तो उसने दोनों बेटों को पास बुलाकर कहा- मैं तुम दोनों को व्यापार करने के लिए थोडा-थोडा धन दे रहा हूं इसे लेकर कोई व्यापार शुरू कर दो पर...
एक बार 2 पडोसीयों के बीच आम के पेड को लेकर झगडा हो गया, झगडे ने इतना उग्र रूप धारण कर लिया कि एक पडोसी केशव ने बादशाह के यहां जाकर फरियाद की कि उदयवीर नामक मेरा पडोसी मेरे लगाये हुए पेड पर कब्जा करना चाहता हैं. जबकि 7 सालों से मैं उसकी देखभाल कर रहा हूं, इसलिए मुझे न्याय दिया जाये। इस मामले का निपटारा करने का हुक्म बीरबल को मिला, आज्ञा पाकर बीरबल...
अंतर यही बिचारिया, साखी कहो कबीर भौ सागर में जीव है, सुनि कै लागे तीर। प्रभु ने कबीर को प्रेरणा दी कि स्वरुप बखान करें। हम सभी जीव जगत इस सागर में डूब रहें है और इसे सुनकर हम इसेे पार कर सकते है। Anter yahi bichariya,sakhi kaho Kabir Bhau sagar mein jiv hai, suni kai lage teer. Think it inside,Kabir says about the form The soul is in the sea of...
1. जिसके पास धन नहीं है पर ज्ञान और बुद्धि है उस को निर्धन और गरीब कहा नहीं जा सकता, लेकिन जिसके पास विद्या और बुद्धि नहीं है वह तो सब प्रकार से निर्धन है. 2. हम अपना हर कदम फूक फूक कर रखे. हम छाना हुआ जल पिए. हम वही बात बोले जो तार्किक है. हम वही काम करे जिसके बारे हम सावधानीपुर्वक सोच चुके है. 3. जिसे अपने इन्द्रियों की तुष्टि चाहिए, वह विद्या...
एक बार मन्थरक नाम के जुलाहे के सब उपकरण, जो कपड़ा बुनने के काम आते थे, टूट गये । उपकरणों को फिर बनाने के लिये लकड़ी की जरुरत थी । लकड़ी काटने की कुल्हाड़ी लेकर वह समुद्रतट पर स्थित वन की ओर चल दिया । समुद्र के किनारे पहुँचकर उसने एक वृक्ष देखा और सोचा कि इसकी लकड़ी से उसके सब उपकरण बन जायेंगे । यह सोच कर वृक्ष के तने में वह कुल्हाडी़ मारने को ही था कि...
एक वृद्ध व्यक्ति हवाईजहाज से न्यूयार्क जा रहा था. बीच के एक एयरपोर्ट पर एक युवक भी उसमें सवार हुआ. उस युवक के बैग को देखकर लगता था कि वह शायद किसी इंश्योरेंस कंपनी का एक्जीक्यूटिव था. युवक को उस वृद्ध व्यक्ति के पास की सीट मिली. कुछ देर चुपचाप बैठे रहने के बाद उसने वृद्ध से पूछा, “सर, आपकी घड़ी में कितना समय हुआ है?” वृद्ध कुछ देर चुप रहा, फिर...