Category - अनमोल विचार

रहीम जी के प्रसिद्द दोहे – समय

धन दारा अरू सुतन सों लग्यों है नित चित्त नहि रहीम कोउ लरवयो गाढे दिन को मित्त । अपने धन यौवन और संतान में हीं नित्य अपने मन को नही लगा कर रखें। जरूरत पड़ने पर इनमें से कोइ नही दिखाई देगा । केवल इश्वर पर मन लगाओ । संकट के समय वही काम देगा । रहिमन तब लगि ठहरिये दान मान सम्मान घटत मान देखिये जबहि...

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रहीम जी के प्रसिद्द दोहे – प्रेम

रहिमन धागा प्रेम का मत तोड़ो चटकाये टूटे से फिर ना जुटे जुटे गाॅठ परि जाये । प्रेम के संबंध को सावधानी से निबाहना पड़ता है । थोड़ी सी चूक से यह संबंध टूट जाता है । टूटने से यह फिर नहीं जुड़ता है और जुड़ने पर भी एक कसक रह जाती है। जे सुलगे ते बुझि गये बुझे तो सुलगे नाहि रहिमन दाहे प्रेम के बुझि बुझि के...

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रहीम जी के प्रसिद्द दोहे – मदद

सवे रहीम नर धन्य हैं पर उपकारी अंग बाॅटन बारे को लगे ज्यों मेंहदी को रंग । वह मनुश्य धन्य है जिसका शरीर परोपकार में लगा है जैसे मेंहदी पीसने बाले को हाथ में लग कर उसे सुन्दर बना देती है। संतत संपति जानि कै सबको सब कुछ देत दीनबंधु बिन दीन की को रहीम सुधि लेत । धनी लोगों की मदद सब करता है कयोंकि...

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रहीम जी के प्रसिद्द दोहे – मित्रता

मथत मथत माखन रहै दही मही बिलगाय रहिमन सोई मीत है भीर परे ठहराय । दही को बार बार मथने से दही और मक्खन अलग हो जाते हैं। रहीम कहते हैं कि सच्चा मित्र दुख आने पर तुरंत सहायता के लिये पहुॅच जाते हैं। मित्रता की पहचान दुख में हीं होता है। जो रहीम दीपक दसा तिय राखत पट ओट समय परे ते होत हैं वाही पट की चोट...

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रहीम जी के प्रसिद्द दोहे – दान

देनहार कोई और है भेजत सो दिन रात लोग भरम हम पै धरै याते नीचे नैन । देने वाला तो कोई और प्रभु है जो दिन रात हमें देने के लिये भेजता रहता है लेकिन लोगों को भ्रम है कि रहीम देता है । इसलिये रहीम आॅखें नीचे कर लोगों को देता है । इश्वर के दान पर रहीम अपना अधिकार नहीं मानते । तबहीं लो जीबो भलो दीबो होय न...

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रहीम जी के प्रसिद्द दोहे – चेतावनी

खीरा के मुख काटि के मलियत लोन लगाय रहिमन करूक मुखन को चहिय यही सजाय । खीरा के तिक्त स्वाद को दूर करने के लिये उसके मुॅह को काट कर उसे नमक के साथ रगड़ा जाता है । इसी तरह तीखा वचन बोलने बालों को भी यही सजा मिलनी चाहिये।कठोर वचन बोलने बालों का त्याग और नम्र बचन बाले लोगों का स्वागत करना चाहिये। अनुचित...

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रहीम जी के प्रसिद्द दोहे – नियंत्रण

रहिमन निज मन की ब्यथा मन ही रारवो गोय सुनि इठि लहै लोग सब बंटि न लहै कोय । अपने मन के दुख को अपने तन में हीं रखना चाहिये। दूसरे लोग आपके दुख को सुनकर हॅसी मजाक करेंगें लेकिन कोई भी उस दुख को बाॅटेंगें नही। अपने दुख का मुकाबला स्वयं करना चाहिये । एकै साधै सब सधै सब साधे सब जाय रहिमन मूलहिं संचिबो...

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रहीम जी के प्रसिद्द दोहे

रहीम जी मध्यकालीन सामंतवादी संस्कृति के कवि थे। रहीम का व्यक्तित्व बहुमुखी प्रतिभा-संपन्न था। वे एक ही साथ सेनापति, प्रशासक, आश्रयदाता, दानवीर, कूटनीतिज्ञ, बहुभाषाविद, कलाप्रेमी, कवि एवं विद्वान थे। रहीम सांप्रदायिक सदभाव तथा सभी संप्रदायों के प्रति समादर भाव के सत्यनिष्ठ साधक थे। वे इंडियन सामासिक...

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राल्फ वाल्डो इमर्सन के अनमोल विचार

Quote 1 : America is another name for opportunity. In Hindi : अमेरिका अवसर का दूसरा नाम है. Quote 2 : Once you make a decision, the universe conspires to make it happen. In Hindi : जब आप कोई निर्णय ले लेते हैं , तो ब्रह्मांड उसे पूर्ण करने की साजिश करता है. Quote 3 : It is not length of life, but...

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कार्टूनिस्ट आर के लक्ष्मण के प्रेरक कथन

Quote 1: A cartoonist enjoys not a great man but a ridiculous man. In Hindi: एक कार्टूनिस्ट को एक महान आदमी में नहीं एक हास्यास्पद आदमी में आनंद मिलता है . Quote 2: Britishers who came to India missed Indian humor since they couldn’t understand our sense of domestic humor. They thought Indians have...

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