उदर समाता मांगि लै, ताको नाहि दोश कहि कबीर अधिका गहै, ताको गति ना मोश। पेट भरने योग्य भिक्षा माॅंगने में कोई बुराई नहीं है। परंतु जो जमा करने के लिये अधिक भीख मांगता है- कबीर कहते है की उसकी मुक्ति मोक्ष कतई संभव नहीं है। Udar samata mangi lai,tako nahi dosh Kahai Kabir adhika gahai,tako gati na...
Category - अनमोल विचार
उलटे सुलटे बचन के, सीस ना मानै दुख कहै कबीर संसार मे, सो कहिये गुरु मुख। गुरु के सही गलत कथन से शिष्य कभी दुखी नहीं होता है। कबीर कहते है की वही शिष्य सच्चा गुरु मुख कहलाता है। Ultey sultey bachan ke sis na manai dukh Kahai Kabir sansar me,so kahiye Guru mukh. One who never gets irritated by the...
कपास बिनुथा कापड़ा, कादे सुरंग ना पाये कबीर त्यागो ज्ञान करि, कनक कामिनि दोये। जिस प्रकार गंदे कपास से सुन्दर वस्त्र नहीं बन सकता है-कबीर ज्ञान की बात कहते है की हमें स्वणं और स्त्री दोनो का लगाव त्यागना चाहिये। Kapas binutha kapra, kaade surang na paye Kabir tyago gyan kari, kanak kamini doye...
कबीर दुनिया से दोस्ती, होेये भक्ति मह भंग एंका ऐकी हरि सो, कै साधुन के संग। कबीर का कहना है की दुनिया के लोगों से मित्रता करने पर भक्ति में बाधा होती है। या तो अकेले में प्रभु का सुमिरन करो या संतो की संगति करो। Kabir dunia se dosti, hoye bhakti mah bhang Eka eki Hari so, kai sadhun ke sang. Kabir...
कबीर गाफील क्यों फिरय, क्या सोता घनघोर तेरे सिराने जाम खड़ा, ज्यों अंधियारे चोर। कबीर कहते है की ऐ मनुष्य तुम भ्रम में क्यों भटक रहे हो? तुम गहरी नीन्द में क्यों सो रहे हो? तुम्हारे सिरहाने में मौत खड़ा है जैसे अंधेरे में चोर छिपकर रहता है। Kabir gafil kyon firay, kya sota ghanghor Tere sirane jam...
कागत लिखै सो कागदी, को व्यहाारि जीव आतम द्रिष्टि कहां लिखै , जित देखो तित पीव। कागज में लिखा शास्त्रों की बात महज दस्तावेज है । वह जीव का व्यवहारिक अनुभव नही है । आत्म दृष्टि से प्राप्त व्यक्तिगत अनुभव कहीं लिखा नहीं रहता है । हम तो जहाॅ भी देखते है अपने प्यारे परमात्मा को ही पाते हैं। Kagat likhai...
कबीर महान क्रांतिकारी संत थें । उन्होंने अपने लगभग 800 दोहों में जीवन के अनेक पक्षों पर अपने अनुभवों का जीवंत वर्णन किया है। सभी धर्मों , पंथों , वर्गों में प्रचलित कुरीतियों पर उन्होंने मर्मस्पर्शी प्रहार किया है तथा धर्म के वास्तविक स्वरुप को उजागर किया हैं । इसी कारण उनके दोहे आज भी जीवंत एवं...
हिंदी क्या है? कभी इसकी खोज की है? हिंदी या हिन्दू शब्द का उत्पत्ति कहाँ से हुई है कभी आपने इसको जानने की कोशिश की है? चलिए इस लेख में इसकी खोज करते हैं और जानते है ये हिंदी या हिन्दू है क्या? दोस्तों, हमेशा याद रखना कोई भी तथ्य अगर विवादास्पद लगे उसके पीछे कुछ न कुछ साजिश होता है। इसको आप को तर्क...
एक बूढ़ा कारपेंटर अपने काम के लिए काफी जाना जाता था , उसके बनाये लकड़ी के घर दूर -दूर तक प्रसिद्द थे . पर अब बूढा हो जाने के कारण उसने सोचा कि बाकी की ज़िन्दगी आराम से गुजारी जाए और वह अगले दिन सुबह-सुबह अपने मालिक के पास पहुंचा और बोला , ” ठेकेदार साहब , मैंने बरसों आपकी सेवा की है पर अब मैं बाकी...
राचीन यूनान में सुकरात को महाज्ञानी माना जाता था. एक दिन उनकी जान पहचान का एक व्यक्ति उनसे मिला और बोला, ” क्या आप जानते हैं मैंने आपके एक दोस्त के बारे में क्या सुना ?” “एक मिनट रुको,” सुकरात ने कहा, ” तुम्हारे कुछ बताने से पहले मैं चाहता हूँ कि तुम एक छोटा सा टेस्ट पास करो. इसे ट्रिपल फ़िल्टर...