Category - शिक्षाप्रद कहानियाँ

आप सोने की तलाश में हैं या मिट्टी की

Andrew Carnegie अपने बचपन के दिनों में हि Scotland से America चलें गए थे। उन्होंने छोटे-मोटे कामो से शुरूआत क़ी और अंत में आख़िरकार America में Steel बनाने वाली सबसें बडी Company के मालिक बन गए। उनके पास एक़ ऐसा वक्त भी आया जब उनके लिये 43 करोडपति काम करते थे । करोड़ों रूपये इस ज़माने में भी बहूत होते...

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परिस्थितियां दुःख का कारण नहीं है।

असली कारण, जो हम नहीं करना चाहते उसके लिए हमेशा न्यायुक्त कारण खोज लेते है। और बेफिक्र हो जाते हैं । ऐसी कौन सी परिस्थिति हैं जिसमें आदमी शांत न हो सके ? ऐसी कौन सी परिस्थिति हैं जिसमें आदमी प्रेमपूर्ण न हो सके ? ऐसी कौन सी परिस्थिति हें जिसमें आदमी थोडी देर के लिए मौन और शांति में प्रविष्ट न हो...

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दैत्य से बचना

किसी नगर में एक सेठ रहता था उसके दो बेटे थे, दोनों ही जवान और निकम्मे थे । सेठ स्वयं खुब मेहनत करता और बेटों से भी काम करने को कहता मगर बेटों पर उसकी बातों का कोई असर नही पडता था। जब सेठ बुढा होकर मरने वाला था, तो उसने दोनों बेटों को पास बुलाकर कहा- मैं तुम दोनों को व्यापार करने के लिए थोडा-थोडा धन...

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मांगे ही दुःख का कारण हैं

मांगे ही दुःख का कारण हैं इसके ऊपर एक लोक प्रिय मजाकिया काल्पनिक कहानी सुनने को मिलता है। जब भगवान ने दुनिया बनाई, तब उसने पहले गधा को बनाया और उससे कहा कि तु सूर्योदय से सूर्यास्त तक दिन भर तेज़ धुप में भी अपने मालिक की गुलामी करगा । अपनी पीठ पर बोझ लेकर घास खाएगा, तेरा कोई बुद्धि नहीं होगी और तू...

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श्रेष्ठ और बुरा अंग

प्राचीनकाल में अरब में आमिर लोग निर्धनों को खरीदकर गुलाम बनाकर रखते थे | ऐसा ही एक गुलाम था लुकमान | लुकमान अपने मालिक ( जो एक शेख था ) के प्रति अत्यंत वफादार था | वह अपने मालिक की हर प्रकार से सेवा करता था | लुकमान बुध्दिमान भी था | यह बात शेख को भी पता थी और इसलिए वह लुकमान से जब-तब तर्कपूर्ण...

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चार दोस्त

किसी गांव में चार दोस्त रहते थे । जाति से वैदिक चार वर्ण के मान्यता के अनुसार तीन दोस्त ब्राम्हण थे और चारवां गैर-ब्राह्मण और अनपढ़ । उनमें से तीन तो बहुत पढे-लिखे थे मगर चौथा घर की समस्याओं और वर्ण के मान्यता के वजह से पढ नही पाया था। वैसे वह बुद्धिमान था । अनपढ होने के कारण उसके तीनों दोस्त उसका...

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छोटी-छोटी बातें बड़ा फर्क डालती हैं

एक आदमीं सुबह को समुद्र के किनारे टहल रहा था. उसने देखा की लहरों के साथ सैंकड़ों स्टार मछलियां तट पर आ जाती है, जब लहरें पीछे जाती हैं तो मछलियां किनारे पर ही रह जाती हैं और धुप से मर जाती हैं. लहरें उसी समय लोटी थी, और स्टार मछलियां अभी जीवित थी. वह आदमी कुछ कदम आगे बढ़ा, उसने एक मछली उठाई और पानी...

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भारत की खोज

हमारा देश का नाम ना भारत था, ना हिन्दुस्तान था, ना इंडिया; ये भूखंड सदियों छोटे बड़े राज्यों का मिश्रित समूह रहा, ये भूखंड समय के साथ राजाओं के राज से जाना जाता था. ये भूखंड अनेक भाषीय सभ्यता का भूखंड है. आज भी यहाँ १२२ प्रमुख भाषा और १५९९ अन्य भाषाएं देखने मिलते हैं. पुराने युग में कोई वर्ण...

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वेश्या और ऋषि

ऋषि मुनि एवं शास्त्र से यह ज्ञात होता है की अगर जाने अनजाने में किसी से पाप कर्म हो जाए, तो उसका प्रायश्चित करने से पाप कम हो जाते हैं. प्रायश्चित, अर्थात पश्यताप. इसी सन्दर्भ में एक विद्वान ने एक कथा का विवेचन करते हुए बताया था की एक कस्बें में एक महात्मा रहते थे. उसी कसबे में एक वेश्या रहती थी...

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साधु और धोबी

आज का हर एक भक्त भक्ति करके मानो एहसान कर रहा हो, भक्ति का अर्थ होता है प्रेम, लगाव न की सौदेबाजी लेकिन आज के भक्त यही कर रहे है. वह मंदिर जाते है इसलिए नहीं की उन्हें भगवान से प्रेम है, लगाव है; नहीं! बल्कि वह अपनी इच्छाओ की पूर्ति के लिये भगवान की भक्ति करते है. वह चाहते है की भगवान उनकी सेवा करे...

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