Category - शिक्षाप्रद कहानियाँ

अनोखा बुद्धिमान

एक दिन बादशाह ने बीरबल से कहा, बीरबल कोई एक ऐसा आदमी ढूंढकर लाओं जो बुद्धिमानों से भी ज्यादा बुद्धिमान हो। जैसा हुक्म जहापनाहं! बहुत जल्दी ऐसा आदमी आपके सामने हाजिर कर दूंगा, पर इसके लिए समय और धन की जरुरत पडेगी। 500 स्वर्ण मोहरे ले लो और तुम्हे एक सप्ताह का समय दिया जाता है। बीरबल समय और धन पाकर...

Read More

कोई अमीर कोई गरीब क्यों

अकबर बीरबल से तरह-तरह के अजीबो-गरीब प्रश्न पूछा करते थे. कुछ प्रश्न ऐसे भी होते थे जो वह बीरबल की बुद्धि की परीक्षा लेने के लिए पुछते थे. एक बार बादशाह अकबर बीरबल से बोले – बीरबल इस दुनिया में कोई अमीर है कोई गरीब हैं ऐसा क्यों होता है ? सब लोग ईश्वर को परमपिता कहते हैं इस नाते सभी आदमी उनके पुत्र...

Read More

छोटी लकीर बड़ी लकीर

एक दिन बादशाह अकबर ने दरबार में कागज पर पेंसिल से एक लंबी लकीर खिंची और सभी दरबारीयों से कहा कि इस लकीर को बिना हटाये या बिना मिटाये छोटी कर के दिखाए. सभी दरबारी एक-दूसरे का मूंह देखने लगे. किसी को यह समझ में न आया कि भला बिना हटाये या मिटाये लकीर को छोटी कैसे किया जा सकता है. आंखिर में अकबर ने...

Read More

बीरबल और तानसेन

एक दिन चतुर बीरबल और तानसेन में कुछ विवाद छिड गया वे दोनों अपने आप को एक-दूसरे से गुणी बता रहे थे. बादशाह अकबर ने कहा- इस तरह तुम लोगों का विवाद नहीं मिट सकता इसके लिए किसी को मुखिया बनाकर अपना न्याय कर लो. महाराज! आपकी बातें शिरोधार्य हैं, हम दोनों इस बात पर सहमत हैं लेकिन हमारी समझ में यह नहीं आ...

Read More

बात कहने का ढंग

एक रात बादशाह अकबर को सपना आया कि उनके सारे दांत गिर गये है । और मूंह में केवल एक दांत बचा है। सुबह होते ही अकबर ने एक प्रसिद्ध ज्योतिषी को महल में बुलाया और उससे सपने का अर्थ पूछा । कई ग्रंथों का अध्ययन करने के बाद ज्योतिषी गंभीर हो गया और बोला- बादशाह सलामत आपका सपना अच्छा नही है। यह सुनकर बादशाह...

Read More

तीन मुर्तिया

एक बुजुर्ग शिल्पी ने तीन मूर्तिया बनायी थी, तीनों मूर्तिया देखने में एक जैसी ही थी पर मूर्तियोे की आतंरिक रचनाओं मे फर्क था। शिल्पी इन तीनों मूर्तियों को लेकर बादशाह अकबर के दरबार में आया और बोला हूजूर यह तीनों मूर्तिंयां देखनें में तो एक जैसी हैं, लेकिन इनमें से एक र्मूिंर्त दो से श्रेष्ठ है। आप...

Read More

उधारी के पैसे

एक दिन किसी गरीब ने रात में सपना देखा कि उसे अपने मित्र से 100 रुपये उधार मिले है। सवेरे जब नींद खुली तो उसका अच्छा या बूरा फल जानने की इच्छा हुई, उसने अपने मित्रों में बैठकर इस बात की चर्चा की । धीरे-धीरे यह खबर बिजली की तरह फेल गयी यहां तक कि उस मित्र ने भी इस बात को सुना जिससे कि गरीब ने सपने...

Read More

जब खूबसूरती बंट रहीं थी

आपने बीरबल के बहुत से किस्से पड़े होंगे, लेकिन एक भी किस्सा ऐसा नही पड़ा होगा जिसमे बीरबल ने कभी मात खाई हो. क्योंकि बीरबल से चतुर और चालक व्यक्तित्व शायद ही कभी हुआ हो. बीरबल की बदसूरती पर राज्य सभा के सभी मंत्री मजाक बना रहे थे तभी चतुर बीरबल कुछ ऐसा कहते है, जिसे सुनकर सभी दरबारी अपना सर शर्म से...

Read More

जैसे करनी वैसी भरनी

यात्रा लंबी थी इसलिए मोतीचंद को अपने शहर लौटने में तीन वर्ष लग गये घर में आकर उसने देखा की किवाड खुले पडे हैं और उसके घर का सारा सामान गायब है. यह देखकर उसने समझा कि उसके घर का सारा सामान रामदास अपने घर ले गया होगा. मोतीचंद रामदास के घर गया और उसका हाल पूछा, रामदास ने उसको कोई खास सम्मान नहीं दिया...

Read More

ईमानदारी का हकदार

एक बार 2 पडोसीयों के बीच आम के पेड को लेकर झगडा हो गया, झगडे ने इतना उग्र रूप धारण कर लिया कि एक पडोसी केशव ने बादशाह के यहां जाकर फरियाद की कि उदयवीर नामक मेरा पडोसी मेरे लगाये हुए पेड पर कब्जा करना चाहता हैं. जबकि 7 सालों से मैं उसकी देखभाल कर रहा हूं, इसलिए मुझे न्याय दिया जाये। इस मामले का...

Read More

किसी भी विज्ञापन को विश्वास करने से पहले जांच करें ।

loading...

क्रमरहित सूची

Recent Posts

ज्ञान, आजाद है; और किसी को भी बिना किसी प्रतिबंध के ज्ञान का आनंद लेने का अधिकार है. इस में प्रकाशित कोई भी कहानी या लेख को आप बिना प्रतिबन्ध के उपयोग कर सकते हो. आप अपने ब्लॉग में यहाँ से कॉपी करके पेस्ट कर सकते हो लेकिन कोई भी फेब्रिकेशन या फाल्सीफिकेशन की जिम्मेदारी आप की होगी. वेबसाइट का सिद्धांत नैतिक ज्ञान फैलाना है, ना कि ज्ञान पर हक़ जताना. ज्ञान की स्वतंत्रता वेबसाइट का आदर्श है; आप जितना चाहते हैं उतना उसकी प्रतिलिपि(Copy) बनाकर बिना प्रतिबन्ध के ज्यादा से ज्यादा लोगों तक फैला सकते हो.