बादशाह अकबर खाने के बहुत शौक़ीन थे इसलिए आये दिन महल में दावतों को आयोजन होता रहता था. इन दावतों में अकबर दरबारीयों के साथ बैठकर तरह-तरह के व्यंजनों को स्वाद लिया करते थे और ऐसे में जब बीरबल भी साथ होते तो फिर कहना ही क्या. एक बार ऐसी ही एक दावत चल रही थी, बीरबल अकबर के पास बैठे थे भोजन के बाद खजूर...
Category - मनोहर कहानियाँ
एक दिन तुर्कीस्तान के बादशाह ने अकबर की बुद्धि की परीक्षा लेने का विचार किया. उसने एक दूत को पत्र देकर सीपाहींयों के साथ दिल्ली भेजा, पत्र का आशय था बादशाह अकबर मुझे सुनने में आया हैं कि आपके इंडिया मे कोई ऐसा पेड़ होता हैं जिसके पत्ते खाने से मनुष्य की आयु बड जाती है. (प्राथना करने से क्या होता है...
एक मोर को अपनी खूबसूरती पर बडा घमंड था, वह रोज नदी किनारे जाता और पानी में अपनी परछाई देखकर बहुत खुश होता. वह कहता जरा मेरी पूछ तो देखो कितनी मनमोहक है. मैं दुनिया का सबसे सुंदर पक्षी हूं. एक दिन मोर को नदी किनारे एक सारस दिखाई दिया उसने सारस को देखकर अपेक्षा भाव से मूंह फेर लिया और उसका अपमान करते...
बादशाह अकबर खाने के बहुत शौक़ीन थे इसलिए आये दिन महल में दावतों को आयोजन होता रहता था. इन दावतों में अकबर दरबारीयों के साथ बैठकर तरह-तरह के व्यंजनों को स्वाद लिया करते थे और ऐसे में जब बीरबल भी साथ होते तो फिर कहना ही क्या. एक बार ऐसी ही एक दावत चल रही थी, बीरबल अकबर के पास बैठे थे भोजन के बाद खजूर...
एक गांव में मनोहर और धर्मचंद नामक दो दोस्त रहते थे. वे परदेस से धन कमाकर लाये तो उन्होंने सोचा कि धन घर में न रखकर कहीं और रख दें, क्योंकि घर में धन रखना खतरे से खाली नहीं है. इसलिए उन्होंने धन नींम के पेड की जड में गड्ढा खोदकर दबा दिया. दोनों में यह भी समझौता हुआ कि जब भी धन निकालना होगा साथ-साथ...
एक राजा जो बहुत परोपकारी थे, उनके पास बहुत ही सुन्दर और विशाल चन्दन का बाग था जिससे हर वर्ष उनको सहस्त्रों रूपये का चन्दन अन्य देशावरों को जाता जिससे तेल और इत्र तैयार किये जाते थे.. एक रोज, राजा उनके सैनिकों के साथ घोड़ों पर सवार होकर अपने प्रजाजन का हाल जानने के उद्देश्य से अपने महल से निकले...
गुरुकुल की परीक्षाएं ख़त्म हो चुकी थीं ! सभी छात्र आश्रम में एकत्रित होकर चर्चा कर रहे थे कि अब छुट्टी के बाद वे सभी घर पहुंचकर क्या-क्या करने वाले हैं । तभी अचानक से गुरूजी ने आश्रम के बाहर से आवाज़ दी और कहा कि सभी छात्र बाहर मैदान में एकत्रित हो जाएँ । सभी छात्र मन ही मन ये सोच रहे थे कि घर जाने...
आपकी ज़िन्दगी बस यूँ ही नहीं घट जाती. चाहे आप जानते हों या नहीं, ये आप ही के द्वारा डिजाईन की जाती है. आखिरकार आप ही अपने विकल्प चुनते हैं. आप खुशियाँ चुनते हैं. आप दुःख चुनते हैं. आप निश्चितता चुनते हैं. आप अपनी अनिश्चितता चुनते हैं. आप अपनी सफलता चुनते हैं. आप अपनी असफलता चुनते हैं. आप साहस चुनते...
“ना मजबूत प्रजातियां ना बुद्धिमान प्रजातियां सर्वाइव करते हैं, बल्कि सबसे ज्यादा बदलाव/परिवर्तन को अपनाने वाला प्रजातियां ही ज्यादा देर सर्वाइव करते हैं।” – चार्ल्स डार्विन “It is not the strongest of the species that survives, nor the most intelligent, but the one most...
“वह व्यक्ति बहुत बुद्धिमान है” यह वाक्य हम तब कहते हैं जब हम किसी की प्रशंसा करते हैं. पर हम में से अधिकतर लोग बुद्धिमान उसी व्यक्ति को समझते हैं जो बहुत पढ़ा लिखा होता है. अपने एकेडेमिक्स में अच्छे मार्क्स लाता है और दी गयी किसी भी प्रॉब्लम को तुरंत सॉल्व कर लेता है पर शायद ऐसा सोच कर हम बुद्धि के...