एक बार बादशाह अकबर ने बीरबल को बहुत से कीमती उपहार देने का वादा किया और भूल गया. कुछ दिन बाद अकबर और बीरबल यमुना नदी पर घूमने गए. एक ऊंट की गर्दन टेढी देखकर अकबर ने बीरबल से इसका कारण पूछा. बीरबल ने सोचा यहीं मौका है महाराज को उनका वादा याद दिलाने का.
बीरबल ने कहा, ‘महाराज, पिछले जन्म में किसी को कुछ देने का वादा किया होगा और भूल गया. इसलिए इस जन्म में इसकी गर्दन टेढी हो गई.’ अकबर को याद आया कि उसने भी बीरबल को उपहार देने का वादा किया था. कहीं उसकी गर्दन टेढी ना हो जाए. अकबर तुरंत महल गए और बीरबल को उपहार देकर अपना वादा पूरा किया.