अल्बर्ट आइंस्टीन के अनमोल विचार

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  1. एक जहाज हमेशा किनारे पर सुरक्षित रहता है- लेकिन वो इसलिए नहीं बना होता है.
  1. कोई भी बुद्धिमान मूर्ख चीजों को बड़ा और अधिक जटिल बना सकता है… विपरीत दिशा में जाने के लिए थोड़ी सी प्रतिभा और बहुत सारे साहस की ज़रुरत होती है.
  1. कठिनाइयों के बीच ही अवसर छुपे होते हैं.
  1. शिक्षा वो है जो स्कूल में सिखाई गयी चीजों को भूल जाने के बाद बचती है.
  1. एक इंसान उस उस पूर्ण का एक भाग है जिसे हम ब्रहमांड कहते हैं.
  1. महत्वपूर्ण बात यह है कि हम प्रश्न करना ना छोडें. जिज्ञासा के मौजूद होने के अपने खुद के कारण हैं.
  1. एक प्रश्न जो मुझे कभी-कभार उलझा देता है: क्या मैं पागल हूँ या बाकी लोग पागल हैं?
  1. ज़िन्दगी साइकिल चलाने की तरह है. अपना बैलेंस बनाए रखने के लिए आपको चलते रहना होता है.
  1. मनुष्य और उसके भाग्य की चिंता सभी तकनीकी प्रयासों की मुख्य दिलचस्पी बननी चाहिए. अपने चित्रों और समीकरणों के बीच कभी भी ये मत भूलना.
  1. ज़िन्दगी जीने के केवल दो ही तरीके हैं. एक ऐसे कि मानो कुछ भी चमत्कार ना हो. दूसरा ऐसे कि मानो सबकुछ एक चमत्कार हो.
  1. जैसे ही आप सीखना बंद कर देते हैं, आप मरना शुरू कर देते हैं.
  1. ऐसा नहीं है कि मैं बहुत स्मार्ट हूँ, बस मैं समस्याओं के साथ ज्यादा देर तक रहता हूँ.
  1. केवल वो जो पूरे जी-जान से किसी कारण के लिए खुद को समर्पित कर देता है, वही एक सच्चा माहिर बन सकता है. इसी वजह से महारत व्यक्ति से उसका सब कुछ मांगती है.
  1. आप कभी फेल नहीं होते, जब तक आप प्रयास करना नहीं छोड़ देते.
  1. वह जो विस्मित होने के लिए ठहर नहीं सकता और मगन होकर आश्चर्य से खड़ा नहीं हो सकता, वह मरे हुए के समान है; उसकी आँखें बंद हैं.
  1. मेरे पास कोई स्पेशल टैलेंट नहीं है. मैं बस बहुत अधिक जिज्ञासु हूँ.
  1. नज़रिए की कमज़ोरी चरित्र की कमज़ोरी बन जाती है.
  1. वो सत्य है जो अनुभव के परीक्षण पर खरा उतरता है.
  1. ज्ञान का एक मात्र स्रोत अनुभव है.
  1. कोई भी व्यक्ति जो बहुत अधिक पढ़ता है और अपने खुद के दिमाग का बहुत कम उपयोग करता है, वह सोचने की आलसी आदत में फंस जाता है.
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